Arogya setu ke baare me
सरकार ने लॉन्च किया ‘Aarogya Setu’ मोबाइल ऐप, कोरोना वायरस पर ऐसे करेगा काम
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) से निपटने के लिए भारत सरकार हरसंभव कदम उठा रही है. सरकार ने COVID-19 को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का एक ऐप लॉन्च किया है. सरकार इस एप के जरिए संक्रमित लोगों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेगी.
सरकार का मुख्य उद्देश्य इस ऐप के जरिए यूजर्स की मदद करना है ताकि वे यह जान सकें कि क्या वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं. यूजर्स के स्मार्टफोन के लोकेशन डाटा और ब्लूटूथ के इस्तेमाल से संक्रमण का पता लगाया जाएगा.
सरकार इससे पहले भी ‘कोरोना कवच’ नाम के मोबाइल एप को पेश कर चुकी है. कोरोना ट्रैकर ऐप आरोग्य सेतु फिलहाल 11 भाषाओं में काम करेगा जिसमें हिंदी और अंग्रेजी भी शामिल हैं. इसके अलावा आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है.
कैसे काम करती है ऐप?
यह ऐप फोन के लोकेशन डाटा और ब्लूटूथ का उपयोग कर देखती है कि कहीं यूजर किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है. इसे संक्रमितों का डाटाबेस के साथ जोड़ा गया है. यह ऐप लोकेशन डाटा के जरिये यूजर्स की लोकेशन की पता लगाती है और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी की सहायता से यह देखा जाता है कि यूजर किसी संक्रमित व्यक्ति के छह फीट के दायरे में आया है या नहीं.
यह यूजर को इसके आधार पर अगला कदम उठाने की सलाह देती है. यदि यूजर 'हाई रिस्क' एरिया में हैं तो ऐप उसको कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हेल्पलाइन पर फोन करने और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए सलाह देती है.
कई फीचर्स से है लैस
आरोग्य सेतु ऐप में कई और फीचर भी दिए गए हैं. इसमें दिए गए चैटबॉच की सहायता से आप कोरोना वायरस के लक्षण को पहचान सकते हैं. यह ऐप हेल्थ मिनिस्ट्री के अपडेटस और भारत के हर राज्यों के कोरोना वायरस हेल्प लाइन नंबर की सूची भी देता है.
इसके अतिरिक्त आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है. यदि कोई यूजर कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो यह उसका डाटा सरकार को भेज देती है.
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) से निपटने के लिए भारत सरकार हरसंभव कदम उठा रही है. सरकार ने COVID-19 को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का एक ऐप लॉन्च किया है. सरकार इस एप के जरिए संक्रमित लोगों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेगी.
सरकार का मुख्य उद्देश्य इस ऐप के जरिए यूजर्स की मदद करना है ताकि वे यह जान सकें कि क्या वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं. यूजर्स के स्मार्टफोन के लोकेशन डाटा और ब्लूटूथ के इस्तेमाल से संक्रमण का पता लगाया जाएगा.
सरकार इससे पहले भी ‘कोरोना कवच’ नाम के मोबाइल एप को पेश कर चुकी है. कोरोना ट्रैकर ऐप आरोग्य सेतु फिलहाल 11 भाषाओं में काम करेगा जिसमें हिंदी और अंग्रेजी भी शामिल हैं. इसके अलावा आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है.
कैसे काम करती है ऐप?
यह ऐप फोन के लोकेशन डाटा और ब्लूटूथ का उपयोग कर देखती है कि कहीं यूजर किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है. इसे संक्रमितों का डाटाबेस के साथ जोड़ा गया है. यह ऐप लोकेशन डाटा के जरिये यूजर्स की लोकेशन की पता लगाती है और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी की सहायता से यह देखा जाता है कि यूजर किसी संक्रमित व्यक्ति के छह फीट के दायरे में आया है या नहीं.
यह यूजर को इसके आधार पर अगला कदम उठाने की सलाह देती है. यदि यूजर 'हाई रिस्क' एरिया में हैं तो ऐप उसको कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हेल्पलाइन पर फोन करने और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए सलाह देती है.
कई फीचर्स से है लैस
आरोग्य सेतु ऐप में कई और फीचर भी दिए गए हैं. इसमें दिए गए चैटबॉच की सहायता से आप कोरोना वायरस के लक्षण को पहचान सकते हैं. यह ऐप हेल्थ मिनिस्ट्री के अपडेटस और भारत के हर राज्यों के कोरोना वायरस हेल्प लाइन नंबर की सूची भी देता है.
इसके अतिरिक्त आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है. यदि कोई यूजर कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो यह उसका डाटा सरकार को भेज देती है.
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